एक पुराने मंदिर में रहस्यमयी हत्याएं । Mysterious Murders in an Old Temple Part 1। Suspense Story in Hindi
भूतपुर के मंदिर का खौफनाक सच । Suspense Story in Hindi
रक्त के निशान
गाँव भूतपुर की सड़कें अँधेरी थीं। चाँद भी आज छिपा हुआ था, मानो जानता हो कि रात को कुछ नहीं देखना चाहिए।
राजेश ने फ़ोन उठाया, "थानेदार साहब, आपको आना होगा… मंदिर के पास कुछ गड़बड़ है।"
Rajesh Uncovers Blood Trail Mystery । Suspense Story in Hindi |
जब पुलिस पहुँची, तो मंदिर के अंदर एक लाश पड़ी थी। लाश का चेहरा निकाला हुआ था, हाथ-पैर टेढ़े-मेढ़े, और गले में जंजीरें लिपटी हुई। डॉक्टर ने पुलिस को बताया, "मौत लगभग 12 घंटे पहले हुई है… लेकिन ये जख्म आम हथियारों से नहीं लगे हैं।"
थानेदार राजेश की आँखें संकुचित हो गईं। उन्हें याद आया कि 20 साल पहले भी यहाँ एक ऐसी ही हत्या हुई थी। उस वक्त गाँव का एक युवक संजय गायब हुआ था, और उसकी लाश कभी नहीं मिली।
पुरानी फाइलें और नया संदेश
राजेश ने अपने कमरे में पुरानी फाइलें खोलीं। उन्हें एक पीला हुआ कागज़ मिला, जिसपर लिखा था - "लाला भैरों सिंह - मंदिर का पुजारी, जिस पर जादू-टोना का इलजाम था।" उसका एक बेटा था—विक्रम , जो अब शहर में एक अमीर व्यापारी था।
राजेश का मन कह रहा था कि यह सब एक ही खेल का हिस्सा है। उसने अपने सहायक सुनील से कहा, "इस विक्रम के बारे में सब जानकारी इकट्ठा करो। और हाँ, मंदिर के बारे में भी पुराने लोगों से पूछताछ करो।"
सुनील ने गाँव के बुजुर्गों से बात की। उन्होंने बताया, "लाला भैरों को 40 साल पहले गाँव वालों ने मंदिर से भगा दिया था। उसे लगता था कि मंदिर में खजाना छिपा हुआ हैं।" एक बूढ़े ने डरते हुए कहा, "उसने अपने बेटे को भी जादू सिखाया था… शायद वो अब बदला लेने और खजाने की तलाश आया हो।"
मंदिर की रात
रात को राजेश ने मंदिर जाने का फैसला किया। सुनील ने मना किया, "थानेदार साहब, यहाँ कुछ नहीं मिलेगा… सिर्फ खतरा है।" लेकिन राजेश नहीं माने।
Ancient Temple Reveals Haunting Inscriptions । Suspense Story in Hindi |
जैसे ही वह मंदिर के अंदर घुसा, एक ठंडी हवा ने उन्हें झकझोर दिया। दीवारों पर संस्कृत के अजीब-से श्लोक लिखे थे। फर्श पर मिट्टी के गहरे निशान थे, मानो कोई भारी चीज़ खींची गई हो। तभी एक आवाज़ आई—"तुम भी चाहते हो मेरा साथ?"
राजेश का हाथ अपनी बंदूक पर था, लेकिन उन्हें पता था कि यह आवाज़ किसी इंसान की नहीं है। उन्होंने जमीन से एक पुराना मूर्ति का टुकड़ा उठाया, जिसपर लिखा था—"जो मेरे खून का तिलक लगाएगा, उसकी आत्मा मेरे साथ जुड़ जाएगी।"
विक्रम का सच
अगली सुबह, सुनील रिपोर्ट लाया। "विक्रम ने पिछले महीने जिस गाँव का दौरा किया था। उसने मंदिर की मरम्मत के लिए पैसे दिए थे।" राजेश की आँखें तेज़ हो गईं। "यहीं से सब शुरू हुआ है।"
उन्होंने विक्रम को फ़ोन किया। विक्रम ने हँसकर कहा, "मैं सिर्फ मंदिर की मदद करने आया था… लेकिन अगर आपको कुछ पूछना है, तो आइए ना। मैं अभी मंदिर में ही हूँ।"
राजेश और सुनील मंदिर पहुँचे। विक्रम मंदिर के बीचोंबीच खड़ा था, उसके हाथ में एक पुराना तलवार था। उसने मुस्काया, "आपको पता है, मेरे पिता को इस गाँव वालों ने मारा था। उन्होंने मुझे सिखाया कि बदला कैसे लिया जाता है… और मैंने चार लोगों को पहले ही मार डाला है।"
राजेश ने बंदूक निकाली और बोला - "मैं तुम्हारी गिरफ्तारी करता हूँ।"
अंतिम सच्चाई
विक्रम हँसा, "गिरफ्तारी? क्या आपको नहीं लगता कि मैं अकेला हूँ?" उसकी आवाज़ बदल गई, और मंदिर की दीवारें हिलने लगीं। एक काली छाया ने विक्रम को घेर लिया।
"यह मेरा पिता है," विक्रम बोला, "उन्होंने मुझे बताया कि जो मरे हुए लोगों के खून का तिलक लगाएगा, वो उसकी ताकत से जुड़ जाएगा।"
राजेश ने गोली चलाई, लेकिन गोली हवा में घूमकर उनकी ही तरफ आ गई। सुनील चिल्लाया, "थानेदार साहब, भागिए!"
लेकिन राजेश जमीन से चिपक गए। उन्होंने देखा कि विक्रम के पास एक पुरानी किताब थी—"तांत्रिक विधि का रहस्य" । उसमें से एक आवाज़ आई, "मेरा साथ दो, और तुम्हें अमरता मिलेगी।"
अंत एक - शुरुआत
अगली सुबह, पुलिस मंदिर में पहुँची। विक्रम गायब था। बस उसकी जंजीरें और खून के निशान बिखरे हुए थे। राजेश ने मंदिर की तहखाने में जाकर एक दरवाज़ा खोला। वहाँ अंदर एक कमरा था, जिसमें सैकड़ों मूर्तियाँ थीं—हर एक मूर्ति के मुँह पर रक्त लगा हुआ।
Rajesh Faces Spectral Forces' Wrath। Suspense Story in Hindi |
उन्होंने सुनील से कहा, "यह सिर्फ शुरुआत है… लाला भैरों की आत्मा अभी भी जीवित है।"
तभी कमरे का दरवाज़ा अचानक बंद हो गया, और उसी आवाज़ ने कहा—"तुम भी मेरा हिस्सा बनो।"
राजेश आज भी मंदिर की तहखाने में जाते हैं… और हर बार सुनते हैं, "अभी तो सिर्फ शुरुआत हुई है।"
यहाँ पढ़े :- एक पुराने मंदिर में रहस्यमयी हत्याएं । Mysterious Murders in an Old Temple Part 2
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