Suspense Story in Hindi - बूढ़ी जादूगरनी का राज । Old Witch's Secret

बूढ़ी जादूगरनी का राज । Old Witch's Secret

बूढ़ी जादूगरनी का राज । Old Witch's Secret
बूढ़ी जादूगरनी का राज । Old Witch's Secret

गहरी रात का समय था, और बाहर चारों तरफ चाँदनी बिखरी हुई थी। शहर के बाहरी इलाके में बसे एक सुनसान घर में रोशनी की एक झलक दिखाई पड़ रही थी। उस घर में रहने वाले लोगों को न तो किसी ने कभी देखा था और न ही किसी ने उनके बारे में कभी सुना था। उस घर के बारे में शहर में कई तरह की अफवाहें फ़ैली हुई थीं।

एक दिन, शहर के एक नौजवान लड़के अर्जुन ने उस घर के रहस्य को जानने की ठानी और उसने अपने दोस्त विनय को अपने साथ लिया और वे दोनों उस घर की ओर चल पड़े।

जैसे ही वे घर के पास पहुंचे, उन्हें एक अजीब-सी खुशबू आई। यह खुशबू उन्हें घर के अंदर खींच रही थी। अर्जुन और विनय ने दरवाजे पर दस्तक दी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने धीरे से दरवाजा खोला और अंदर कदम रखा।

अंदर का नजारा बहुत ही अजीब था। घर के अंदर एक बड़ा हॉल था, जिसमें एक बड़ी सी टेबल पर तरह-तरह के पकवान सजे हुए थे। लेकिन वहाँ पर कोई भी नहीं था। अर्जुन और विनय ने आसपास देखा, पर उन्हें कोई नज़र नहीं आया।

तभी, उन्होंने ऊपर की मंजिल से किसी के चलने की आवाज सुनी। वे धीरे-धीरे सीढ़ियों की ओर बढ़े। जैसे ही वे ऊपर पहुंचे, उन्होंने देखा कि एक कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। उन्होंने अंदर झांका और देखा कि कमरे में एक बूढ़ी औरत बैठी हुई थी। उसके हाथ में एक पुरानी-सी किताब ली हुई  थी और वह कुछ पढ़ रही थी। अर्जुन और विनय ने धीरे से उससे पूछा, “आप कौन हैं और आप यहाँ क्या कर रही हैं?”

बूढ़ी औरत ने उन्हें देखा और मुस्कुराई। उसने कहा, “मैं इस घर की मालकिन हूँ और तुम दोनों ने मेरे घर का रहस्य जानने की कोशिश की है। तो चलो, मैं तुम्हें बताती हूँ।”

उसने उन्हें बताया कि यह घर एक जादुई घर है और यहाँ की हर चीज में जादू है। उसने उन्हें एक चुनौती दी कि अगर वे उसकी पहेलियों को सुलझा लें, तो वह उन्हें एक अनमोल उपहार देगी।

बूढ़ी औरत ने उनसे पूछा कि - "ऐसी क्या चीज हैं जो बाँटने से बढ़ती हैं ?"

अर्जुन और विनय ने चुनौती स्वीकार की और पहेलियों को सुलझाने लगे। पहेलियाँ बहुत ही कठिन थीं। अर्जुन और विनय ने बड़ा ही सोच समझकर उत्तर दिया ऐसी चीज तो "ज्ञान" हैं  जो बाटने से बढ़ता हैं। ऐसे ही उन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता से सभी पहेलियों को हल कर दिया। 

जैसे ही उन्होंने आखिरी पहेली हल की, घर के अंदर एक चमकीली रोशनी फैल गई। बूढ़ी औरत ने उन्हें एक छोटा-सा बॉक्स दिया और कहा, “यह बॉक्स तुम्हारे सपनों को सच कर सकता है।”

अर्जुन और विनय ने जैसे ही बॉक्स खोला, तो उसमें से एक चमकीला पत्थर निकला। उस पत्थर को हाथ में लेते ही उन्हें अपने जीवन की सबसे बड़ी इच्छा याद आ गई। जैसे ही उन्होंने उस पत्थर को दिल से लगाया, तो उनकी इच्छा पूरी हो गई।

अर्जुन और विनय अपने घर वापस आ जाते हैं, पर उस दिन के बाद से, अर्जुन और विनय ने उस घर के बारे में किसी से कुछ नहीं कहा। लेकिन उनके चेहरे पर हमेशा एक रहस्यमयी मुस्कान रहती थी।

और इस तरह, अर्जुन और विनय की जिंदगी में एक नया अध्याय शुरू हुआ। उन्होंने उस जादुई पत्थर की मदद से अपने सपनों को साकार किया। अर्जुन ने एक सफल व्यवसायी बनने का सपना देखा था, और विनय चाहता था कि वह एक महान लेखक बने। उनकी इच्छाएँ पूरी हो गईं, और वे दोनों अपने-अपने क्षेत्र में सफ़लता हासिल करते चले गए। 

लेकिन उन्होंने कभी उस जादुई घर और बूढ़ी औरत के बारे में कभी किसी से जिक्र नहीं किया। उन्होंने समझा कि कुछ रहस्यों को रहस्य ही रहने देना चाहिए। इससे उनकी दोस्ती और भी मजबूत हो गई, और वे अपने अनुभवों को हमेशा एक-दूसरे के साथ बाँटते रहे। 

उनकी कहानी ने उनके शहर में एक नई उम्मीद जगाई। लोगों ने समझा कि सपने देखना और उन्हें पूरा करने की कोशिश करना कितना महत्वपूर्ण है। अर्जुन और विनय ने अपनी सफलता के राज को अपने तक ही रखा, लेकिन उन्होंने दूसरों को प्रेरित किया कि वे भी अपने सपनों की ओर बढ़ें।

यह कहानी यहीं समाप्त होती है। आशा है कि आपको यह कहानी पसंद आई होगी। 

सीख़ :- इस तरह, उस जादुई घर की कहानी एक प्रेरणा बन गई, जिसे लोग सदियों तक सुनाते रहे। अर्जुन और विनय की कहानी ने साबित किया कि जिज्ञासा और साहस के साथ, कोई भी अपने सपनों को सच कर सकता है।